Thursday 10 November 2016

54 साल बाद पॉलीटेक्निक के पर्चों का प्रारूप बदला


-पूरे पाठ्यक्रम को हिस्सा बनाने पर फोकस
-सभी संस्थाओं को भेजे जाएंगे मॉडल पेपर
---
राज्य ब्यूरो, लखनऊ: प्रदेश की पॉलीटेक्निक संस्थाओं में पर्चों का प्रारूप 54 साल बाद बदला जा रहा है। इस बार पूरे पाठ्यक्रम को हिस्सा बनाने पर पूरा जोर दिया गया है। अब सभी निजी व सरकारी संस्थाओं को मॉडल पेपर भेजे जाएंगे, ताकि विद्यार्थी तदनुरूप तैयारी कर सकें।
उत्तर प्रदेश में प्राविधिक शिक्षा विभाग पॉलीटेक्निक संस्थाओं में एक, दो व तीन वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रमों का संचालन करता है।  इन पाठ्यक्रमों के लिए 1962 में पर्चों का प्रारूप बनाया गया था। तब से उसी पैटर्न पर परीक्षा हो रही थी। प्रमुख सचिव (प्राविधिक शिक्षा) मोनिका एस गर्ग के मुताबिक इस बार सेमेस्टर प्रणाली लागू करने के साथ पर्चों का प्रारूप बदलने की जरूरत भी सामने आयी थी। आंकलन में पता चला था कि बीते वर्षों में कई पाठ्यक्रमों में परिवर्तन व सुधार किया गया, उन्हें बदले परिवेश के हिसाब से उच्चीकृत किया गया, किन्तु पर्चों का प्रारूप न बदलने से उनमें पूरा पाठ्यक्रम समाहित ही नहीं होता था।
अब मौजूदा शैक्षिक सत्र से ही पर्चों का प्रारूप बदलने के साथ पूरा फोकस इस बात पर होगा कि विद्यार्थियों का परीक्षण उनके पूरे पाठ्यक्रम को आधार बनाकर किया जा सके। साथ ही तात्कालिक जरूरतों के अनुसार उनका मूल्यांकन करने पर भी जोर दिया गया है। बदले प्रारूप के हिसाब से मॉडल पेपर सभी राजकीय व निजी पॉलीटेक्निक संस्थाओं को भेजे जा रहे हैं। इनके साथ मॉडल उत्तर भी भेजे जाएंगे, ताकि शिक्षक उसी हिसाब से तैयारी करा सकें और विद्यार्थी तैयारी कर सकें। मॉडल पेपर प्राविधिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिये गए हैं। प्रदेश के 126 सरकारी, 18 अनुदानित व 362 निजी पॉलीटेक्निक संस्थाओं में दो लाख पांच हजार विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इनमें से पहले सेमेस्टर के एक लाख पांच हजार विद्यार्थियों को नए प्रारूप से परीक्षा देनी होगी।
50 नंबर का पर्चा
अगले माह, दिसंबर में होने वाली सेमेस्टर परीक्षा नए प्रारूप से ही होगी। पर्चा 50 नंबर का होगा। इसमें एप्लाइड मैथ, एप्लाइड केमिस्ट्री, एप्लाइड फिजिक्स, प्रोफेशनल कम्युनिकेशन व फाउंडेशन कम्युनिकेशन विषयों के प्रश्नपत्रों को तीन हिस्सों में बांटा गया है। पहले हिस्से में बारह अतिलघु उत्तरीय प्रश्न होंगे, जिसमें से दस हल करने होंगे। हर प्रश्न एक नंबर का होगा। दूसरे हिस्से में लघु उत्तरीय प्रश्न होंगे। इसमें सात में से पांच सवाल हल करने होंगे और हर सवाल दो नंबर का होगा। तीसरा हिस्सा दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों का होगा। इसमें तीन-तीन सवालों के तीन समूह होंगे और हर समूह से दो-दो सवाल हल करने होंगे। हर सवाल पांच नंबर का होगा। 

No comments:

Post a Comment