Friday 14 October 2016

विद्यालयों की ढिलाई से हजारों छात्रों की छात्रवृत्ति पर संकट

-नौवीं से 12वीं तक के फार्म 15 तक अपलोड करने का अवसर
-अन्य संस्थान 19 अक्टूबर तक अपलोड कर सकेंगे आवेदन
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राज्य ब्यूरो, लखनऊ: छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति सभी विद्यार्थियों को न मिल पाने के लिए शैक्षिक संस्थान भी जिम्मेदार साबित हो रहे हैं। कक्षा नौ से बारह के हजारों विद्यार्थियों के फार्म विद्यालयों के स्तर पर अब तक अपलोड नहीं हो सकने से उनकी छात्रवृत्ति मिलने पर संकट उत्पन्न हो गया है। अब शासन ने इन विद्यालयों को 15 अक्टूबर तक का समय फार्म अपलोड करने क लिए दिया है।
पूर्वदशम छात्रवृत्ति के लिए कक्षा नौ व दस और दशमोत्तर छात्रवृत्ति के लिए कक्षा 11 व 12 के विद्यार्थियों को 30 सितंबर तक आवेदन करना था। इनके आवेदन के बाद संबंधित विद्यालयों को ये फार्म सात अक्टूबर तक अपलोड कर देने थे। शुक्रवार को शासन स्तर पर समीक्षा हुई तो पता चला कि भारी संख्या में विद्यालय अब तक फार्म अपलोड ही नहीं कर सके हैं। इस कारण हजारों विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति फंसने का संकट उत्पन्न हो गया। इस पर शासन ने नौवीं से बारहवीं तक के विद्यार्थियों के 30 सितंबर तक ऑनलाइन जमा हो चुके आवेदन फार्म विद्यालियों की संस्तुति के साथ अपलोड करने के लिए 15 अक्टूबर तक का समय देने का फैसला किया है। विद्यालयों से साफ कहा गया है कि छुट्टियों की परवाह किये बिना फार्म अपलोड करने की प्रक्रिया पूरी की जाए। 15 अक्टूबर के बाद उनके आवेदन स्वीकार नहीं किये जाएंगे और इस कारण विद्यार्थियों को होने वाले नुकसान के जिम्मेदार विद्यालय ही होंगे। उधर 11वीं व 12वीं कक्षा से इतर दशमोत्तर पाठ्यक्रमों छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए आवेदन की अंतिम तिथि पहले ही सात अक्टूबर तक बढ़ाई जा चुकी है। इन संस्थानों को संस्तुति के साथ फार्म अपलोड करने के लिए 19 अक्टूबर तक का समय दिया गया है।
1.14 करोड़ पंजीकरण, 80 लाख आवेदन
छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए इस बार 1.14 करोड़ विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है। इनमें से 80 लाख ने आवेदन किया और अब तक 67 लाख पूरी तरह फार्म जमा करने की औपचारिकता पूरी कर चुके हैं। यह विद्यालयों व संस्थानों की लापरवाही ही है कि इनमें से सिर्फ 30 लाख फार्म ही संस्थानों की ओर से फारवर्ड कर अपलोड किये गए हैं। ऑनलाइन जमा हुए 80 लाख आवेदनों में से नौवीं-दसवीं के 16.6 लाख, 11वीं-12वीं के 17.9 लाख व अन्य दशमोत्तर संस्थानों के 45.5 लाख विद्यार्थी शामिल हैं।
(7/10/16)

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