Saturday 5 March 2016

समिति तलाशेगी एचबीटीयू का पहला कुलपति

--
-उप्र हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विवि  विधेयक की तैयारी
-राज्य सरकार को करनी है नियुक्ति, दावेदारों की सक्रियता भी बढ़ी
---
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : आइआइटी कानपुर सहित कई इंजीनियङ्क्षरग कालेजों के जन्मदाता संस्थान कानपुर के हरकोर्ट बटलर टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (एचबीटीआइ) के विश्वविद्यालय बनने का रास्ता साफ होने वाला है। शुक्रवार को हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय (एचबीटीयू) विधेयक की तैयारियों के साथ पहले कुलपति को लेकर चर्चाएं शुरू हो गयीं। प्रमुख सचिव के संयोजन में गठित समिति विश्वविद्यालय के पहले कुलपति की तलाश करेगी।
उत्तर प्रदेश हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय की परिकल्पना देश के अग्र्रणी आवासीय प्राविधिक विश्वविद्यालय व उत्कृष्ट शिक्षा केंद्र के रूप में की गयी है। कुलपति के चयन के लिए प्रमुख सचिव (प्राविधिक शिक्षा) के संयोजन में समिति गठित होगी, जिसमें अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा नामनिर्दिष्ट एक व्यक्ति व कुलाधिपति द्वारा नामनिर्दिष्ट एक व्यक्ति इसके सदस्य होंगे। वैसे विश्वविद्यालय मूर्त रूप में आने के बाद पहले कुलपति की नियुक्ति राज्य सरकार द्वारा किये जाने का प्रावधान है। ऐसे में दावेदारों की सक्रियता बढ़ गयी है। प्रदेश के एक प्राविधिक विश्वविद्यालय के कुलपति, आइईटी लखनऊ के एक वरिष्ठ शिक्षक सहित कई लोग कुलपति बनने की पेशबंदी में जुटे हैं।
कुलपति की अध्यक्षता में गठित विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद में आइआइटी कानपुर के निदेशक, आइआइआइटी इलाहाबाद के निदेशक, एकेटीयू के कुलपति, एआइसीटीई के पर्तिनिधियों के अलावा दो उद्योगपति, दो वैज्ञानिक और प्राविधिक शिक्षा, वित्त व उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव सदस्य होंगे। विद्या परिषद में भी आइआइटी कानपुर, आइआइआइटी इलाहाबाद व लखनऊ और एकेटीयू का प्रतिनिधित्व होगा। विश्वविद्यालय में एक शोध व विकास परिषद का गठन भी होगा।
जेईई से होंगे प्रवेश
एचबीटीयू में पढ़ाई के लिए प्रवेश राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा के माध्यम से किये जाने का प्रावधान किया गया है। यह प्रवेश परीक्षा आइआइटी जेईई होती है। एचबीटीयू में प्रवेश के लिए जेईई मेन्स की रैंक को आधार बनाया जाएगा। 

No comments:

Post a Comment