Friday 16 October 2015

अगले माह से सरकारी स्कूलों में मुफ्त सेनेटरी नैपकिन

-बीस करोड़ रुपये जारी कर बीएसए व डीआइओएस को सौंपा जिम्मा
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राज्य ब्यूरो, लखनऊ : सरकारी स्कूलों में अगले माह से मुफ्त सेनेटरी नैपकिन बांटने की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके लिए शासन ने बीस करोड़ रुपये जारी कर बीएसए व डीआइओएस को इसका जिम्मा सौंपा है।
मुख्य सचिव आलोक रंजन ने सभी जिलाधिकारियों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, बेसिक शिक्षा अधिकारियों व जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश दिण् हैं कि किशोरी सुरक्षा योजना के तहत सरकारी विद्यालयों में पढऩे वाली किशोरियों को मुफ्त सेनेटरी नैपकिन बांटना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि किशोरियों में माहवारी से जुड़ी गलत धारणाओं एवं मिथकों को दूर करने के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता के बारे में जानकारी प्रदान की जाए। किशोरावस्था में शरीर में हो रहे हार्मोन संबंधी बदलाव के कारण शारीरिक एवं मानसिक स्तर पर पडऩे वाले प्रभाव एवं विभिन्न जिज्ञासाओं के बारे में सही जानकारी न प्राप्त कर पाने के कारण 40 प्रतिशत किशोरियां स्कूल जाना छोड़ देती हैं। इस स्थिति को हर हाल में रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि कि बेसिक शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी विद्यालयों में पंजीकृृत छात्राओं की संख्या के आधार पर सेनेटरी नैपकिन खरीद कर उनका वितरण सुनिश्चित किया जाए। इसकी जिम्मेदारी बीएसए व डीआइओएस की होगी। वितरण के विद्यालयों में आशा कार्यकर्ता भी उपस्थित रहें। विद्यालयों में नैपकिन निस्तारण के लिए साफ व सूखे स्थान के साथ ढके हुए कूड़ेदान की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कक्षा छह से बारहवीं तक की छात्राओं को मुफ्त सेनेटरी नैपकिन बांटने का फैसला लंबे समय से लंबित था। प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) अरविंद कुमार के मुताबिक अब अगले माह से सभी विद्यालयों में हर हाल में सेनेटरी नैपकिन बांटने का काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए शासन ने बीस करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। 

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