Friday 9 October 2015

डेंगू व स्वाइन फ्लू के लिए हर मेडिकल कालेज में अलग वार्ड


-प्रमुख सचिव के निर्देश-
-जरूरत के अनुरूप बढ़ाएं वेंटीलेटर, मजबूत हों आइसीयू
-मेरठ, कानपुर, गोरखपुर और इलाहाबाद में वीडीआर लैब
-------
राज्य ब्यूरो, लखनऊ
चिकित्सा शिक्षा महकमे ने डेंगू के साथ स्वाइन फ्लू से निपटने की तैयारी भी शुरू कर दी है। प्रमुख सचिव डॉ.अनूप चंद्र पांडेय ने गुरुवार को मेडिकल कालेजों के प्राचार्यों के साथ बैठक में डेंगू व स्वाइन फ्लू के लिए हर मेडिकल कालेज में अलग वार्ड बनाने के निर्देश दिए।
प्रमुख सचिव ने कहा कि डेंगू व स्वाइन फ्लू का कोई भी मरीज मेडिकल कालेजों के संबद्ध अस्पतालों से निराश नहीं जाना चाहिए। इसके लिए एलीजा टेस्ट की व्यवस्था हर कालेज में सुचारू ढंग से सुनिश्चित की जाए। बीमारी की पड़ताल के लिए वाइरल डिटेक्शन एंड रिसर्च लैबोरेटरी (वीडीआरएल) अभी सिर्फ केजीएमयू व एसजीपीजीआइ में हैं। अब मेरठ, कानपुर, गोरखपुर और इलाहाबाद मेडिकल कालेजों में भी इनकी स्थापना की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि हर मेडिकल कालेज में आइसीयू मजबूत किए जाएं। जरूरत के अनुरूप वेंटिलेटर बढ़ाए जाएं। इसके लिए धन की कमी नहीं पडऩे दी जाएगी किन्तु किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
प्रमुख सचिव ने कहा कि उपकरणों की खरीद में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए। अभी खरीद के दौरान शर्तें इतनी जटिल कर दी जाती हैं कि प्रतिस्पद्र्धा ही कम हो जाती है। अब इस पूरी प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा ले सकें। इससे उपकरणों की दरें भी कम होंगी और पारदर्शिता भी आएगी। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में लगाए जाने वाले उपकरणों की देखरेख के पुख्ता बंदोबस्त के लिए केंद्रीकृत मेंटीनेंस सुनिश्चित की जाएगी। इससे पूरी प्रक्रिया पर नजर रखना भी आसान हो जाएगा। उन्होंने प्राचार्यों से भारतीय चिकित्सा परिषद की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयारी सुनिश्चित करने को कहा, ताकि मान्यता में कोई दिक्कत न आए। 

No comments:

Post a Comment