Wednesday 2 September 2015

सभी सरकारी मेडिकल कालेजों में सीटी स्कैन व एमआरआइ

राज्य ब्यूरो, लखनऊ
प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कालेजों में सीटी स्कैन व एमआरआइ की मशीनें लगवाई जाएंगी। इससे मरीजों को महंगे सीटी स्कैन व एमआरआइ से छुटकारा तो मिलेगा ही, इलाज की रफ्तार भी बढ़ सकेगी।
जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार द्वारा अल्ट्रासाउंड तक सभी जांचें मुफ्त घोषित किये जाने के बाद अब सीटी स्कैन व एमआरआइ जैसी अतिमहत्वपूर्ण जांचें सस्ती करने की तैयारी की गयी है। प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कालेजों में जल्द ही सीटी स्कैन व एमआरआइ मशीनें लग जाएंगी। एक सीटी स्कैन की मशीन साढ़े 5.51 करोड़ व एमआरआइ मशीन 6.8 करोड़ रुपये की आती है। अभी गोरखपुर मेडिकल कालेज में एमआरआइ मशीन लगी है। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डॉ.वीएन त्रिपाठी के मुताबिक कानपुर व गोरखपुर मेडिकल कालेजों में सीटी स्कैन मशीन, कन्नौज, गोरखपुर, आगरा, मेरठ व इलाहाबाद में सीटी स्कैन व एमआरआइ मशीनें लगवाई जाएंगी। अम्बेडकर नगर में सीटी स्कैन मशीन है, वहां एमआरआइ मशीन लगाई जाएगी। इसी तरह आजमगढ़ में एमआरआइ मशीन लगाने का प्रस्ताव है। जालौन, बांदा व सहारनपुर मेडिकल कालेजों में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड से सीटी स्कैन व एमआरआइ मशीनें लगाई जाएंगी।
संविदा से पूरी करेंगे नर्सेज की कमी
कानपुर व आगरा मेडिकल कालेज इस समय नर्सेज की कमी से जूझ रहे हैं। कानपुर मेडिकल कालेज के संबद्ध अस्पतालों में साढ़े चार सौ की आवश्यकता के विपरीत महज डेढ़ सौ नर्सेज तैनात हैं। यही स्थिति आगरा मेडिकल कालेज की है। शासन ने अब वहां नियमित नियुक्ति होने तक संविदा पर नर्सेज नियुक्त करने की अनुमति दे दी है। कानपुर व आगरा मेडिकल कालेजों में तीन-तीन सौ नर्सेज की नियुक्ति संविदा पर की जाएगी।

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