Saturday 22 August 2015

जिताऊ-टिकाऊ को टिकट, बाहरी से परहेज नहीं


-भाजपा प्रदेश प्रभारी ने कहा, अन्य दलों में मची है भगदड़
-परिवर्तन के मूड में यूपी की जनता, हम देंगे अच्छी सरकार
डॉ.संजीव, लखनऊ
भारतीय जनता पार्टी वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस चुकी है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी ओमप्रकाश माथुर ने बुधवार को 'दैनिक जागरणÓ से बातचीत में साफ कहा कि इस बार जिताऊ-टिकाऊ उम्मीदवार को ही टिकट देंगे और इसके लिए दूसरे दलों से प्रत्याशी लाने में भी परहेज नहीं करेंगे।
श्री माथुर ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता इस बार परिवर्तन के मूड में है। भाजपा प्रदेश की जनता को अच्छी सरकार देगी। इसके लिए इस बार कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। बीते चुनावों की तुलना में जल्दी प्रत्याशी घोषित होंगे और दूसरे दलों से लोगों को लाने की पहल भी की जाएगी। समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी व कांग्र्रेस में भगदड़ मची है। लोग भाजपा में आना चाहते हैं और हम उन्हें अपने साथ जोड़ भी रहे हैं। हम सामाजिक समीकरण देखकर टिकट देंगे, ताकि जीत सुनिश्चित हो।
340 सीटों को बचाना है लक्ष्य
बीते लोकसभा चुनाव को आधार बनाया जाए तो 403 विधानसभा सीटों में से 340 में भाजपा जीती थी। अब इन सीटों को बचाने का लक्ष्य लेकर हमें प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनानी है। हम इससे पहले बीते 15-20 साल से तीसरे और चौथे स्थान के संघर्ष में थे। 2014 लोकसभा चुनाव की इस उछाल को 2017 तक बनाए रखना है। जनता के मूड को भाजपा के साथ जोड़े रखने के लिए लगातार जनता के बीच रहने का संकल्प लिया गया है और कार्यकर्ता अभी से इस दिशा में सक्रिय हो गए हैं।
लाट साहब नहीं हैं एमपी-एमएलए
लोकसभा या विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कई बार सांसद (एमपी) या विधायक (एमएलए) हवा में उडऩे लगते हैं। इस बार भी संगठन से उनके संबंधों को लेकर शिकायतें आ रही थीं। हमने साफ कह दिया है कि एमपी-एमएलए लाट साहब नहीं हैं। 403 सीटों के लिए चार हजार टिकट मांगने वाले हैं, इसलिए जनता से दूरी बनाई तो पार्टी उनसे दूरी बना लेगी। सांसदों से साफ कह दिया गया है, वे अपने क्षेत्र की सभी पांचों विधानसभा सीटें जिताना सुनिश्चित करें।
साक्षी-राम माधव पर तुरंत कार्रवाई
सांसद साक्षी महाराज हों या भाजपा महासचिव राम माधव, उनकी अनर्गल बयानबाजी से जनता के बीच गलत असर जाता है। इससे होने वाले नुकसान को पार्टी बर्दाश्त नहीं कर सकती, इसीलिए उन पर तुरंत कार्रवाई हुई और साफ कह दिया गया है कि बेमतलब बयानबहादुर न बनें। जहां तक संघ परिवार के संगठनों के विरोध की बात है, तो हाल ही में प्रधानमंत्री स्वयं उनसे मिले हैं। उनकी बातें सुनी जाएंगी और सब मिल कर निर्णय लेंगे।
गुटबाजी से निराश थे कार्यकर्ता
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता अब तक गुटबाजी से निराश थे। राजनीतिक क्षेत्र में थोड़ी बहुत खींचतान तो चलती है, पर संवादहीनता नहीं होनी चाहिए। अब संवादहीनता समाप्त कर मिलजुलकर सड़क पर उतरने की रणनीति बनाई गयी है। उत्तर प्रदेश की सरकार उत्पीडऩ कर रही है, ऐसे में नेता-कार्यकर्ता जनता के बीच जाएं, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। साफ कह दिया गया है कि नेतृत्व व जिम्मेदारी निर्धारित कर आंदोलन हो और लोग सड़कों पर उतरें।

No comments:

Post a Comment