Saturday 22 August 2015

...तो अस्पताल पहुंच कर परेशान नहीं होंगे मरीज

-यूनिसेफ की मदद से दिशा-निर्देश बोर्ड लगवाएगी सरकार
-1185 अस्पतालों में लागू होगा 'ब्रांडिंग डिमांस्ट्रेशन मॉडल
राज्य ब्यूरो, लखनऊ
आप अपने किसी परिजन को अचानक पेट में दर्द शुरू हुआ। उन्हें तड़पता देख आप अस्पताल लेकर भागे। अस्पताल तो बीस मिनट में पहुंच गए पर वहां पेट दर्द के डॉक्टर का कमरा ढूंढऩे में दस मिनट लग गए। इस स्थिति का सामना लोगों को कई बार करना पड़ता है। अब इस दिशा में व्यापक सुधार की तैयारी है। सरकार राज्य के 1185 अस्पतालों में दिशा निर्देश बोर्ड लगवाएगी, ताकि मरीजों को अस्पताल पहुंच कर परेशान न होना पड़े।
राज्य सरकार के स्वास्थ्य महकमे ने यूनिसेफ की मदद से विशेष 'ब्रांडिंग डिमांस्ट्रेशन मॉडलÓ तैयार कराया है। इसे लखनऊ के पांच अस्पतालों में लागू करने के बाद अब क्रमबद्ध ढंग से पहले राज्य के सभी जिला अस्पतालों, फिर अन्य अस्पतालों में लागू करने की तैयारी है। मंगलवार को मुख्य सचिव आलोक रंजन के समक्ष प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य मरीजों व उनके परिजनों को इलाज के सिलसिले में उपयुक्त सूचना व संकेत प्रदान करना है ताकि उन्हें अस्पताल में कोई दिक्कत न हो। इसके लिए अस्पताल के भीतर व बाहर संपर्क मार्गों तक बोर्ड आदि लगाए जाएंगे। यूनिसेफ ने शोध कर इस बाबत विशेष दिशा निर्देश तैयार किये हैं। किस कक्ष के सामने कौन सी सूचनाएं उपयुक्त होंगी, मरीज अस्पताल में प्रवेश करे तो उसे क्या जानकारी तुरंत मिले, जैसे बिन्दुओं का भी ध्यान रखा गया है।
मुख्य सचिव आलोक रंजन ने कहा कि स्वास्थ्य इकाइयों को जनता के लिए मित्रवत स्वरूप दिया जाए ताकि सेवाओं का लाभ आम जनता को आसानी से मिल सके। स्वास्थ्य इकाइयों पर सिटीजन चार्टर एवं मिलने वाली सुविधाएं भी चार्ट के रूप में प्रदर्शित की जाएं। उन्होंने कहा कि ब्रांडिंग के अंतर्गत जीवनचक्र के सभी चरणों, बाल्यावस्था, किशोरावस्था, माताओं एवं बच्चों से जुड़ी तमाम स्वास्थ्य संबंधी जानकारियों के साथ चिकित्सकों व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से संबंधित जानकारियां भी सम्मिलित की जाएं। प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) अरविन्द कुमार ने बताया कि प्रदेश की कुल 1185 स्वास्थ्य इकाइयों में ब्रांडिंग का कार्य किया जाना प्रस्तावित है। पहले चरण में जिला अस्पतालों के साथ सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को मिलाकर कुल 449 अस्पतालों में ये दिशा निर्देश लगाए जाएंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री के विशेष कार्याधिकारी जगदेव सिंह, राष्ट्रीय हेल्थ मिशन के निदेशक अमित कुमार घोष भी उपस्थित थे।

No comments:

Post a Comment