-स्वास्थ्य विभाग चौकन्ना, बुलाई अफसरों की बैठक
-प्रमुख सचिव की अगुवाई में होगी तैयारियों की समीक्षा
राज्य ब्यूरो, लखनऊ
मौसम बदलने के साथ ही राज्य के 22 जिलों में डेंगू व चिकनगुनिया का खतरा है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग चौकन्ना है और इन सभी जिलों के अफसरों की बैठक आगामी 28 जुलाई को बुलाई गयी है।
बीच-बीच में हो रही बारिश व मौसम के संक्रमण काल के साथ ही सेहत महकमा खासा चिंतित हो उठा है। इस दौरान मच्छर जनित बीमारियां डेंगू व चिकनगुनिया फैलने का डर अत्यधिक होता है। बीते कुछ वर्षों में राज्य में डेंगू व चिकनगुनिया के कारण तमाम लोगों की मौतें भी हो चुकी हैं। यही कारण है कि इस बार स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी कर लेना चाहता है। विभाग ने राज्य के 22 जिलों को डेंगू व चिकनगुनिया के लिए गंभीर रूप से चिंताजनक माना है। इन जिलों में बीते कुछ वर्षों में भारी संख्या में लोग डेंगू व चिकनगुनिया के शिकार हुए थे। इस बार विभाग इन जिलों के लिए अभी से पुख्ता तैयारियां कर रहा है। इन सभी जिलों में डेंगू व चिकनगुनिया के लिए खून के नमूने की तुरंत जांच के साथ ही दवाओं आदि की पूर्ण उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। यही कारण है कि शासन स्तर पर आगामी मंगलवार 28 जुलाई को इन जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों व प्रमुख चिकित्सालयों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों की बैठक लखनऊ में बुलाई गयी है। इस बैठक में प्रदेश के प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) अरविंद कुमार स्वयं उपस्थित रहेंगे। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.विजय लक्ष्मी ने सूबे में डेंगू व चिकनगुनिया से निपटने के लिए पुख्ता बंदोबस्त की कमान संचारी रोग निदेशक डॉ.सत्य प्रकाश व अपर निदेशक डॉ.राकेश सक्सेना को सौंपी है। इस बाबत परीक्षण किट व दवाओं आदि के बंदोबस्त की नियमित समीक्षा भी की जाएगी।
ये हैं 22 जिले
लखनऊ, सीतापुर, खीरी, हरदोई, प्रतापगढ़, बहराइच, सहारनपुर, आगरा, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, अम्बेडकर नगर, गोरखपुर, महाराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, इलाहाबाद, रायबरेली, फतेहपुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, कन्नौज
-प्रमुख सचिव की अगुवाई में होगी तैयारियों की समीक्षा
राज्य ब्यूरो, लखनऊ
मौसम बदलने के साथ ही राज्य के 22 जिलों में डेंगू व चिकनगुनिया का खतरा है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग चौकन्ना है और इन सभी जिलों के अफसरों की बैठक आगामी 28 जुलाई को बुलाई गयी है।
बीच-बीच में हो रही बारिश व मौसम के संक्रमण काल के साथ ही सेहत महकमा खासा चिंतित हो उठा है। इस दौरान मच्छर जनित बीमारियां डेंगू व चिकनगुनिया फैलने का डर अत्यधिक होता है। बीते कुछ वर्षों में राज्य में डेंगू व चिकनगुनिया के कारण तमाम लोगों की मौतें भी हो चुकी हैं। यही कारण है कि इस बार स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी कर लेना चाहता है। विभाग ने राज्य के 22 जिलों को डेंगू व चिकनगुनिया के लिए गंभीर रूप से चिंताजनक माना है। इन जिलों में बीते कुछ वर्षों में भारी संख्या में लोग डेंगू व चिकनगुनिया के शिकार हुए थे। इस बार विभाग इन जिलों के लिए अभी से पुख्ता तैयारियां कर रहा है। इन सभी जिलों में डेंगू व चिकनगुनिया के लिए खून के नमूने की तुरंत जांच के साथ ही दवाओं आदि की पूर्ण उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। यही कारण है कि शासन स्तर पर आगामी मंगलवार 28 जुलाई को इन जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों व प्रमुख चिकित्सालयों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों की बैठक लखनऊ में बुलाई गयी है। इस बैठक में प्रदेश के प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) अरविंद कुमार स्वयं उपस्थित रहेंगे। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.विजय लक्ष्मी ने सूबे में डेंगू व चिकनगुनिया से निपटने के लिए पुख्ता बंदोबस्त की कमान संचारी रोग निदेशक डॉ.सत्य प्रकाश व अपर निदेशक डॉ.राकेश सक्सेना को सौंपी है। इस बाबत परीक्षण किट व दवाओं आदि के बंदोबस्त की नियमित समीक्षा भी की जाएगी।
ये हैं 22 जिले
लखनऊ, सीतापुर, खीरी, हरदोई, प्रतापगढ़, बहराइच, सहारनपुर, आगरा, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, अम्बेडकर नगर, गोरखपुर, महाराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, इलाहाबाद, रायबरेली, फतेहपुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, कन्नौज
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