Saturday 22 August 2015

सूबे के मेडिकल कालेजों में बढ़ गयीं 129 सीटें

-सहारनपुर में इसी सत्र से 100 एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश
-आगरा में 21 और झांसी व गोरखपुर में भी 4-4 सीटें बढ़ीं
डॉ.संजीव, लखनऊ
राज्य में अब हर साल 129 ज्यादा छात्र-छात्राएं एमबीबीएस की डिग्र्री लेकर डॉक्टर बन सकेंगे। सूबे के मेडिकल कालेजों में 129 सीटें बढ़ गयी हैं। इसी वर्ष सहारनपुर में एक नया मेडिकल कालेज अस्तित्व में आ जाएगा, वहीं आगरा, झांसी व गोरखपुर मेडिकल कालेजों में 4-4 सीटें बढ़ाई गयी हैं।
बहुत दिन नहीं हुए, जब लखनऊ के किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय सहित राज्य के अधिकांश मेडिकल कालेजों की मान्यता खतरे में थी। भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) के निरीक्षण में लगभग हर कालेज में कोई न कोई कमी निकल रही थी। हालात ये थे कि सूबे के मेडिकल व डेंटल कालेजों में प्रवेश के लिए होने वाली परीक्षा कंबाइंड प्री मेडिकल टेस्ट (सीपीएमटी) के ब्रोशर तक में राज्य के 12 में से 11 मेडिकल कालेजों में प्रवेश के लिए भारत सरकार के अनुमोदन की शर्त लगाई गयी थी। ऐसे में चिकित्सा शिक्षा महकमा खासा परेशान था और सीटें बचाने के लिए मशक्कत में जुटा था।
इस मशक्कत के परिणामस्वरूप अब स्थितियां बदल गयी हैं। सीपीएमटी में सफल अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग 22 जून से होनी है और उसके लिए बीते वर्ष की तुलना में अधिक सीटों पर प्रवेश के अवसर उपलब्ध होंगे। वर्ष 2014 में राज्य के 12 सरकारी मेडिकल कालेजों में कुल 1593 सीटें थीं, जिनमें से 1354 सीटें सीपीएमटी से भरी गयी थीं और शेष सीटें एआईपीएमटी से केंद्रीय कोटे के तहत भरी गयी थीं। इस वर्ष सहारनपुर में एक नया मेडिकल कालेज अस्तित्व में आ जाएगा। भारतीय चिकित्सा परिषद ने सहारनपुर मेडिकल कालेज के लिए 100 सीटों की अनुमति दी है। इनमें से 85 सीपीएमटी के सफल अभ्यर्थियों से भरी जाएंगी। इसके अलावा एसएन मेडिकल कालेज आगरा की सीटों की संख्या बीते वर्ष के 124 से बढ़ाकर इस वर्ष 145 कर दी गयी है। महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज झांसी व बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर में भी सीटों की संख्या 96 से बढ़ाकर 100 कर दी गयी है। इस तरह राज्य के सरकारी मेडिकल कालेजों में कुल 129 सीटों की वृद्धि के साथ अब 1722 एमबीबीएस की सीटें हो गयी हैं। इनमें से 1463 सीटें सीपीएमटी से भरी जाएंगी, जो पिछले वर्ष की तुलना में 109 अधिक हैं।
निजी कालेजों में 1550 सीटें
लखनऊ। राज्य में 13 सरकारी कालेजों के अलावा निजी क्षेत्र के 14 मेडिकल कालेज भी हैं। ये कालेज अपनी अलग प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रवेश लेते हैं। इनमें कुल मिलाकर एमबीबीएस की 1550 सीटें हैं। इस तरह वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश में एमबीबीएस की कुल 3272 सीटें हो गयी हैं।

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